फायलेरिया नियंत्रण हेतु घर घर औषधि वितरण कार्यक्रम की कलेक्टर ने की शुरूआत


उमरिया -   फाइलेरिया के नियंत्रण हेतु  राष्ट्रीय फाइलेरिया दिवस आज 6 दिसम्बर 2020 को जिला चिकित्सालय मे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा डी.ई.सी. एवं एल्वेडाजॉल की गोली खिलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। यह कार्यक्रम 8.दिसम्बर 2020 तक चलाया जाएगा। जिसके तहत दो वर्ष से अधिक आयु के सभी पात्र व्यक्तियों को डी.ई.सी एवं एल्वेन्डाजोल गोली की खुराक दी जायेगी । कार्यक्रम में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों एवं जन सामान्य को अधिकारियों द्वारा स्वयं दवाई का सेवन कर वहां उपस्थित अन्य लोगों को भी दवाई खाने के लिये प्रेरित किया गया । 
इस अवसर पर कलेक्टर  ने कहा  कि फाइलेरिया रोग (हाथी पॉव)  से ग्रसित व्यक्ति का जीवन मृत समान हो जाता है। फाइलेरिया से बचाव के लिऐ 2 से 5 वर्ष के आयु तक एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक 2 गोली, तथा 15 वर्ष से अधिक आयु पर 3 गोली की खुराक सलाह दी जाती है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती माताओ एवं गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्ति को यह खुराक सामान्यतः नहीं दी जाती है। दवा खाने से कृमि के मरने पर बुखार, उल्टी, सर दर्द या चक्कर आ सकते है ये लक्षण कुछ समय के बाद स्वयं समाप्त हो जाते है। फायलेरिया रोग से बचाव के लिए डी.ई.सी. की गोली की सालाना खुराक सभी पात्र व्यक्तियों को लेेना आवश्यक है। कलेक्टर ने  जिला अस्पताल में एस.एन.सी.यू. का निरीक्षण किया । 
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि जिले के विभिन्न ग्रामों में फाइलेरिया के 36 मरीज है। सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम के तहत डी.ई.सी. की गोली के साथ एक गोली एल्वेन्डाजोल भी खिलाई जायेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने आभार प्रकट किया। ं